Tuesday 27 August 2013

ये राजस्थान नहीं आसाराम की पुलिस है !

मुझे नहीं पता ये कौन है, आप पहचानिए !
साराम के बारे मे आगे बात करने से पहले आप इस तस्वीर को देख लीजिए। आमतौर पर ऐसी तस्वीर सामने आने के बाद पहले तो लोग तस्वीर को ही खारिज कर देते हैं, कहते हैं कि इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है। लेकिन सोशल नेटवर्क साइट पर ये तस्वीर मौजूद है और जिसने इस तस्वीर को पोस्ट किया है, उसका दावा है कि इस तस्वीर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। इसमें जो शख्स दिखाई दे रहा है, वो वही आसाराम है जो इन दिनों की एक बहुत ही घिनौने आरोपों में बुरी तरह फंस हुआ है। सवाल ये कि  अगर ये तस्वीर सही है तो आसाराम का ये कौन सा एकांतवास है ? ये कौन सी साधना कर रहे है आसाराम ? अच्छा चूंकि मैने तो ये तस्वीर खिंची नहीं है, इसलिए मैं भी इस तस्वीर को खारिज कर दे रहा हूं। लेकिन मासूम बेटी ने जिस तरह का आरोप लगाया है, अगर उसकी बातों के आधार पर आसाराम का चित्र बनाया जाए, तो वो तस्वीर इससे भी गंदी होगी। वो ऐसी तस्वीर होगी, जिसे यहां पोस्ट करना भी संभव नहीं होगा। आसाराम कहते हैं कि उनकी अवस्था 75 वर्ष की हो गई है, ऐसे में उन पर बलात्कार का आरोप लगाना ठीक नहीं है। योनशोषण का आरोप लगाने वाली लड़की को अब आसाराम अपनी पोती बताकर "दादा" के रिश्ते को भी कलंकित कर रहा है। चित्र में जिस लड़की को वो खिला रहे हैं, मुझे तो लगता है कि ये भी उनकी पोती के ही समान होगी, लेकिन आसाराम बताएगा कि पोती को स्नेह, प्यार और दुलार करने का ये कौन सा आसन है। बहरहाल एक लाइन की बात ये कि इस घृणित कार्य के बाद भी जिस तरह से पुलिस की कार्रवाई चल रही है, उसे तो यही लग रहा है कि ये राजस्थान की नहीं आसाराम की पुलिस है।

हम सब जानते हैं कि संत के पीछे भक्त लगे होते हैं, इस संत की पीछे पुलिस लगी है। संत भागवत गीता, रामायण, रामचरित मानस पढ़ता है, ये संत कानून की धाराएं पढ़ता है। संत भक्तों को भगवान से मिलने का रास्ता बताता है, ये संत लोगों कानून की आंख में धूल झोंकने का रास्ता सिखाता है। एक सामान्य आदमी पर भी ऐसा घिनौना आरोप लगता है तो वह भीतर से टूट जाता है और आत्ममंथन कर गलती को सुधारने की कोशिश करता है। ये गलती पर गलती को दोहराता रहता है। ये संत झूठ भी बोलता है और तब तक बोलता रहता है, जब तक पकड़ा नहीं जाता। इस तथाकथित संत के ऊपर देश भर में ना जाने कितने मामले चल रहे हैं, मैं तो यही देखकर हैरान हो जाता हूं। बलात्कार, हत्या की कोशिश, जमीन कब्जाने, काला जादू से लेकर और ना जाने क्या-क्या आरोप इस पर और इसके आश्रम पर नहीं लगे। अच्छा हैरानी तो ये कि गंदगी करने के बाद श्रद्धालुओं की आड़ में कानून को चुनौती भी देता है। उसे लगता है कि अगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो देश में बवाल मचा देगा। फिर चुनाव का मौका है, लिहाजा कोई भी राज्य सरकार उससे पंगा लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगी।

बहरहाल पुलिस की जो कार्रवाई चल रही है, उससे तो लगता नहीं कि राजस्थान में पुलिस है, बल्कि वो सामाजिक कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है। यही वजह है कि वो किसी तरह इस मामले का शांतिपूर्ण समाधान निकालना चाहती है। मसलन लाठी भी ना टूटे और काम भी बन जाए। लेकिन काम इतनी आसानी से बनने वाला नहीं है। नाबालिग लड़की के यौन शोषण का मामला है और आरोपी भी कोई सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि आसाराम हैं। ये तो साफ है कि आसाराम के खिलाफ जितनी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है, अगर उसकी जगह कोई और होता तो अब तक तो उसे पुलिस गिरफ्तार कर थर्ड डिग्री के जरिए अपराध भी कबूलवा चुकी होती। लेकिन आसाराम को अतिथि अपराधी का दर्जा हासिल है। जिन धाराओं में अपराध पंजीकृत है, उसमें पुलिस को तो ज्यादा मेहनत करने की जरूरत ही नहीं है, क्योंकि इसके तहत खुद आसाराम को साबित करना है कि वो पाक साफ है। पुलिस को तो बस उसे गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश भर करना है।

मैने देखा कि मुंबई बलात्कार की घटना के बाद राजस्थान सरकार, राजस्थान पुलिस और आसाराम बहुत खुश थे। इन्हें लगा कि अब मीडिया मुंबई में ही रहेगी, उसे जोधपुर की घटना से ज्यादा लेना देना नहीं रहेगा। लेकिन भला हो उस बेटी का कि इस वक्त संसद चल रही है। वैसे तो मैने संसद में शरद यादव को बेकार की बातें करते हुए ही ज्यादा सुना है, लेकिन पहली बार उन्होंने देश की जनता की आवाज में अपनी आवाज मिलाई और आसाराम के खिलाफ जमकर बोले। गुरुदास गुप्ता ने तो इसे फांसी देने तक की बात कह दी। इसके अलावा भी तमाम सांसदों ने आसाराम पर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। संसद में माहौल गरम देख राजस्थान सरकार के पसीने छूट गए। मुख्यमंत्री को लगा कि अगर राजस्थान पुलिस की लापरवाही की वजह से संसद में कार्य बाधित हुआ तो पार्टी नेता उन्हें निशाना बना सकते हैं। इसी बीच गृहमंत्री ने अपनी बचाने के लिए राजस्थान सरकार से पूरी रिपोर्ट तलब कर ली। यहीं से पुलिस थोड़ा सतर्क हुई और इंदौर जाकर आसाराम को नोटिस देकर कहा कि वो 30 अगस्त तक पूछताछ के लिए हाजिर हों। वरना तो इसके पहले राजस्थान पुलिस पूरे केश का बलात्कार करने में जुटी हुई थी। राजस्थान के एक गैरजिम्मेदार पुलिस अफसर ने तो अपना  फैसला ही सुना दिया, कहाकि बलात्कार का मामला पुष्ट नहीं हुआ है, इसलिए धारा 376 हटा ली गई है। जब देश में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई तो पुलिस का वही अफसर अपनी बात से पलट गया। वैसे भी राजस्थान पुलिस की कार्रवाई का भगवान ही मालिक है। सब ने देखा कि आसाराम इंदौर में है और राजस्थान की पुलिस अहमदाबाद में उन्हें नोटिस थमाने गई थी। आसाराम मालामाल है, उन्हें पैसे की कमी तो है नहीं। इसलिेए वो कहीं भी भाग सकते हैं, लिहाजा राजस्थान की पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है, इससे अब आसाराम विदेश नहीं भाग सकेंगे।

शिकंजा कसता देख आसाराम अब परेशान है। लेकिन इसके बाद भी वो परेशानी से निकलने के लिए सच्चाई का रास्ता नहीं देख रहा है। वो सरकारों को डराने की कोशिश कर रहा है। ऐसा माहौल बनाना चाहता है जिससे सरकार डर जाए और गिरफ्तार ना करे। इसीलिए आज उसने भक्तों के बीच कहाकि  अगर  पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वो अन्न जल त्याग देगा। अब उसे कौन समझाए कि तुझे तो फांसी पर लटकाने की बात तक संसद में हो रही है। ऐसे में खाना पानी छोड़ने से भी कोई सहानिभूति नहीं होने वाली। अब तो एकांतवास और साधना की आड़ में रंगबाजी या कहूं रंगरेलिया नहीं चल पाएगी। आपको पता है इंदौर में जब आसाराम को बताया गया कि पुलिस आई है, आसाराम तुरंत एक कमरे चला गया और चेलों से कहा कि उन्हें बता दो कि मैं साधना कर रहा हूं। हाहाहहा। वाह रे, साधना वाले आसाराम। हां एक बात तो बताना ही भूल गया। आसाराम कह रहा है कि पुलिस उसे गिरफ्तार करके कुछ ऐसा वैसा खिला देगी। अरे पुलिस क्यों खिला देगी ? पुलिस पागल है क्या ? पुलिस के लिए तो आसाराम संत नहीं बल्कि "मोटा माल" है। पुलिस अच्छी तरह जानती है कि किसके साथ कैसा सलूक करना है। मैं तो बहुत से पुलिस वालों को देखता हूं कि वो अपने सर्विस काल में किसी लंपू चंपू बाबा का साथ देते रहते हैं और रिटायर होने के बाद उसी के आश्रम पर कब्जा जमा लेते हैं। अब आसाराम को भी एक दो आश्रम से तो हाथ धोना ही पडेगा।

सच कहूं, मैं आसाराम से ज्यादा उनके श्रद्धालुओं को गलत मानता हूं। भक्ति तो ठीक है, लेकिन अंधभक्ति का क्या मतलब है ? जब हम सब देख रहे हैं कि जिस आदमी का हम सब जय जयकार कर रहे हैं, वो बहुत ही घृणित और नीच कर्म में शामिल हैं। ऐसे में हमें खुद ही उस आदमी के खिलाफ मुखर होना चाहिए। यहां मुखर होना तो दूर, हम उसकी जय-जय कार कर सरकार को ये बताने की कोशिश कर रहे हैं, कि हम इसी के पापी के साथ खड़े हैं। मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि जिस किसी को लगता है कि पीड़ित बेटी झूठ बोल रही है, वो किसी साजिश के तहत ऐसा आरोप लगा रही हो, तो प्लीज आप एक काम कर सकते हैं, जब ये आसाराम के एकांतवास में जाए तो अपनी बेटी को उसके पास भेज कर देखिए। शायद फिर आपकी आंखे खुल जाएं !





86 comments:

  1. is safed posh charitra heen aadami ko jald se jald giraftaar karna chahiye ..kanoon ka makhoul banane ka adhikaar kisi ko nahi hai ..

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    1. सहमत हूं आपकी बातों से,
      बिल्कुल गिरफ्तार होना चाहिए।

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    2. ye photo aasaram ki nhi hai... mai is insaan ki 2-3 aur photo facebook pe dekhi hai .. ye out of india ka koi hai aur wo iski wife hai... thoda search kroge to baki ki pic bhi mil jayegi

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    3. ye aasa ram ki photo nhi hai

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    4. http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html

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  2. pap ka ghada kabhi n kabhi to footta hi hai ab inka bhi foot gaya .

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    1. पकड़ा कब जाएगा, बड़ा सवाल तो ये हैं.

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    2. http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html

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  3. यह सचमुच भारतीय अपराध संहिता को सही भावना से न पालन करने का निकम्मापन है -यह आदमी सचमुच बदमाश लगता है !
    मगर देखिये न आपकी पोस्ट पर कोई अभी तक नहीं आया -यह देश भी ऐसा ही है!

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    1. http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html

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  4. यह आधा सच नहीं पूरा झूठ है, यह तस्वीर आसाराम की नहीं बल्कि किसी विदेशी व्यक्ति की है, सम्भवत: जून में यह तस्वीर फेसबुक पर अपलोड की गयी थी, बाद में एक सज्जन द्वारा इस तस्वीर का मूल आनलाइन लिंक उपलब्ध कराने पर हटा ली गयी और अब फिर से. आसाराम दोषी हों तो अवश्य सजा होना चाहिये लेकिन इस तरह की अधूरी जानकारी से दोष सिद्ध करना किसी योग्य व्यक्ति को शोभा नहीं देता. इस तस्वीर के बारे में नेट पर सर्च कीजिये पता चल जायेगा.

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    1. हो सकता है कि ये तस्वीर आसाराम की ना हो, लेकिन सोशल साइट पर ये चित्र मौजूद है। वैसे आज कल बाबा का जो असली चेहरा सामने है, वो इस चित्र से भी गंदा है।

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    2. ये फोटो जरूर बापू आसाराम जी की नहीं है मैंने भी इस सत्य को परखा है ...
      पर फिर भी धुंवा वहीं से उठता है अहाँ आग लगी हो ... मेरा मानना है आसा राम जी को सच का सामना करना चाहिए ... अपने आप को निर्दोष साबित करना चाहिए अगर वो सच्चे हैं ...

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    3. abe bhaiya a ashha ram nahi hai to koi jhansda ram hopaga. per ab to asharam ki asliyat samajh a gayi hogi. mere desk ka kanun hi kharab hai. in modo ko panah hi kyo dete ho.

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    4. @ महेन्द्र श्रीवास्तव kabhi google bhi kar liya kiziye fb se hat kar sach pata chal jayega............

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    5. कानून तो अपना काम करेगा ही. पर ऐसा चित्र लगा कर आप किसका भला कर रहे हैं. अपने ब्लॉग का या फिर उस बालिका का जिसकी भी ये तस्वीर है.

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  5. सही प्रतिक्रिया...
    www.rajnishonline.blogspot.com

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  6. पता नहीं क्यों आज भी पढ़े लिखे लोग ...ऐसे बाबाओं को बढ़ावा देते ही क्यों हैं ...अपने ही समाज में कुरीतियाँ सर उठा कर अपने ही बच्चों का दमन कर रही है ...ऐसे लोग कब सुधरेंगे ..बहुत गुस्सा आता है जब आसा राम जैसा कोई भी मामला सामने आता है तो......ये खुले घूम रहें बलात्कारियों से भी बहुत गंदे और बुरे है ये साधु-बाबा रुपी ढोंगी ||

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  7. मैं तो किसी भी बाबा पर विश्वास नही करती,इनके तो मुँह में राम बगल में छूरी होती है..सब के सब ढ़ोंगी होते हैं...

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    1. हा, बिल्कुल, मुझे भी लगता है

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    2. http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html

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  9. सांच को आंच नही ...झूठ के पैर नही ...ये आसाराम के शब्द हैं ...देखते हैं ये कब सच होते हैं ....
    ऐसे घिनोने काम की सज़ा फांसी तो मामूली है ?????

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    1. सर, अब क्या खुलासा होने वाला है। राजस्थान में चुनाव है, कांग्रेस नेताओं की हैसियत नहीं इस बाबा से टकराने की।
      सब रफा दफा हो जाएगा...

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    2. http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html

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  10. आज से कई साल पहले सुना था कि आसाराम का प्रवचन है तो टेंट का ठेका वगरह भी उनके व्यक्ति को ही देना होगा और एक बैठक के कुछ लाख वह स्वयं लेते हैं ,उन दिनों इतना व्यवसाय इनका फैला हुआ नहीं था ये तब की बात है,तब ऐसी बातें सुनकर आश्चर्य होता था .धीरे -धीरे इनकी अन्य बातें समाचारों में सुनते आये.
    आश्रम में काला जादू के नाम पर दो बच्चों की बलि की खबर ने तहलका मचा दिया था.तब से मन अजीब सा हो गया है और यह तस्वीर देखकर घृणा होने लगी है.
    ऐसे दोषियों को कड़ी सज़ा मिलनी ही चाहिए.

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    1. ये घिनौने बाबा है, इन्हें जितनी भी सजा हो वो कम हैं.
      आभार

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  11. aap se puri tarah sahmat hoon..........aapne vakaai ankho ke samne se parda hatane ka kam kiya hai ,,,,,,ye tatha-kathit dhongi baba ki puri fauz bharat me falful rahi hai ....

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  12. महेंद्र जी यह तस्वीर नेट पर यहाँ से ले कर फैलाई गयी है ,यह एक अन्य व्यक्ति है जो दिखने में आसाराम जैसा ही लग रहा है -
    http://oshoworld.ru/forum/viewtopic.php?t=4172

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    1. जी, बिल्कुल। इस तस्वीर को लेकर विवाद है।
      मैने तो यही बात कहा है कि हो सकता है कि ये तस्वीर गलत हो, लेकिन आज जो आरोप इस आसाराम पर हैं, वो तस्वीर इससे कहीं ज्यादा गंदी है।

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    2. बिलकुल सहमत.

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  13. बाबाओं को अपना आचरण शुद्ध रखना चाहिए ओर सार्वजनिक रह के ऐसा प्रयास भी करना चाहिए की वो शुद्ध लगें भी ...

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    1. कुछ हद तक आपकी बात भी सही है

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    2. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

      Read more: AAWAZ: SEX scam कॉंग्रेस कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम ( सबूत के साथ ) http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html#ixzz2laYZAc3T
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  15. इसे कहते हैं मीडिया ट्रायल. श्रीवास्तव जी की अदालत का फरमान है की आशाराम पर सभी आरोप साबित हो चुके है, उसे फंसी पर चढ़ा दिया जाए.

    भाई मेरे, आरोप लगने से ही किसी को दोषी मान लेना बुद्धिमानी नही है. फिर आशाराम पिछले कई सालों से धर्मांतरण के खिलाफ काम कर रहे थे, और तब ही से मिश्नरियों की आँखों की किरकिरी बने हुए हैं. अभी तक उनपर कोई भी आरोप अदालत में साबित नही हुआ है.

    Subramanian Swamy
    Options for this story

    Let the truth come forward, let him be punished if guilty but until then – let’s not be self appointed judges riding the moral high horse in our delusion.
    If nothing else, we must defend the right of Asaram Bapu to defend himself.
    Here are some facts to take into perspective, (do watch the video of Dr Swamy's debate at the end of the post)

    1. Asaram Bapu has been the forefront in countering the religious conversion work in states of Gujarat, Rajasthan and Madhya Pradesh.
    2. He exposed Sonia Gandhi directly as an agent of Vatican and Christian Missionaries, as she is working to destroy India from inside.

    3. Those who are attacking Asaram bapu, are the same "Secular and Communist" stooges, NGOs and Media houses, who kept on attacking Mr Narendra Modi for past 10 years.

    4. The gullible and simple minded Hindus do not see the bigger game plan of the Anti-Hindu, Anti-National forces and their covert means of defaming Hindu saints.

    5. Earlier, Kanchi Shankaracharyas was arrested on false murder charges. When he was released no media house apologized for calling him a murderer.

    6. Sadhvi Pragya Singh Thakur has been in prison for past six years without single evidence or charge-sheet against her - because she is a Hindu Sadhvi.

    7. The worst part of it all is, this secular-inferiority-complex of majority of Hindus makes them believe everything - the moment media says it.
    No evidence, no trial, no conviction - suddenly everyone becomes a judge. Because our media and movies have burnt this in our minds that if it’s a Hindu Saint, he must be a corrupt pervert.

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    1. आसाराम से आपकी मुलाकात हो तो कह दीजिए कि अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर, सूरत लुकाछिपी का खेल खेलने से अच्छा है कि जोधपुर जाएं। अपनी बात पुलिस से कहें...

      अब पूरे देश को इस चेहरे से बदबू आने लगी है..

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    2. पुलिस किसकी? उन्ही लुटेरों के शासन की?

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    3. @महेन्द्र श्रीवास्तव congress se mulakat ho to kah dijiyega.....ab itne paiseon me kaam nahi chalega......jyada lagenge......

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    4. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  16. मैं आपसे सहमत हूँ .यदि वे दोषी नहीं हैं तो छिपते क्यों फिर रहे हैं .

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    1. शुक्रिया भाई राजीव जी

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    2. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  17. Some people call it media trial, his supporters call it conspiracy and when I see the interview of DSP Lamba, I laugh. Here is one DSP who says that unless Asharam provides evidence to the contrary, he will be arrested. Would this privilege be available to common man? The innocence has to be proved in court and the court alone has the right to provide bail. This fraud baba should be arrested first and subjected to Narco and brain mapping.

    MK

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    1. सहमत हूं आपकी बातों से

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    2. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  18. पुलिस अच्छी तरह जानती है कि किसके साथ कैसा सलूक करना है ?
    nice.

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    1. मुझे लगता है कि अगर जानती होती तो आसाराम का लाल कर चुकी होती, ये इसी काबिल है।

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    2. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  19. कृपया नीचे लिखी सचाई पर भी गौर करें !
    १ भ्रष्ट बाबाओं, नेताओं, चरित्रहीन अभिनेताओं एवँ धोखेबाज व्यापारियों के भी अपने फैन अथवा चमचे या कहिये प्रशंसक होते हैं और उनमें से बहुत से लोग अच्छे खासे पढ़े लिखे भी होते हैं यही उन दुष्टों की शक्ति बढ़ाते हैं !
    २. महिलाओं के अंधविश्वासों का ढोंगी साधू, फ़कीर, पादरी आदि लाभ उठाकर उनका किस प्रकार शोषण करते हैं इसकी खबरें, कहानियाँ व फ़िल्में भी बनती रही हैं फिर भी उन मूर्ख माता-पिता या परिवार वालों को क्या कहा जाये जो आँख मूँद कर अपने परिवार की महिलाओं को उनके पास जाने देते हैं और उनके हवाले कर देते हैं !
    ३. अपनी न्याय प्रणाली की भी जितनी 'तारीफ़' की जाये कम है कि आसाराम पर अनेक केस चल रहे हैं पर सज़ा एक में भी नहीं मिली है और उसकी गतिविधियों पर भी कहीं कोई अंकुश नहीं है !

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    1. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  20. कृपया नीचे लिखी सचाई पर भी गौर करें !
    १ भ्रष्ट बाबाओं, नेताओं, चरित्रहीन अभिनेताओं एवँ धोखेबाज व्यापारियों के भी अपने फैन अथवा चमचे या कहिये प्रशंसक होते हैं और उनमें से बहुत से लोग अच्छे खासे पढ़े लिखे भी होते हैं यही उन दुष्टों की शक्ति बढ़ाते हैं !
    २. महिलाओं के अंधविश्वासों का ढोंगी साधू, फ़कीर, पादरी आदि लाभ उठाकर उनका किस प्रकार शोषण करते हैं इसकी खबरें, कहानियाँ व फ़िल्में भी बनती रही हैं फिर भी उन मूर्ख माता-पिता या परिवार वालों को क्या कहा जाये जो आँख मूँद कर अपने परिवार की महिलाओं को उनके पास जाने देते हैं और उनके हवाले कर देते हैं !
    ३. अपनी न्याय प्रणाली की भी जितनी 'तारीफ़' की जाये कम है कि आसाराम पर अनेक केस चल रहे हैं पर सज़ा एक में भी नहीं मिली है और उसकी गतिविधियों पर भी कहीं कोई अंकुश नहीं है !

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    1. जी मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं।
      बहुत बहुत आभार

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    2. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  21. aise charitraheen babao ka samajikroop se vahishkar hona chahiye,

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    1. उनके अंधभक्तों को क्या कहें ।

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    2. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  22. baba..... ya ba ba

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    1. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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  23. क्यो लोगो को गुमराह कर रहा है इस तरह कि तस्वीर ड़ाल कर, ब्लागर के नाम पर धब्बा है साले !!
    ये स्वामी विराटो है अपनी पत्नी के साथ - लिंक- http://www.newfrontier.com/nepal/swami1.htm
    ये फोटो भी देख ले उसली साइट पर -
    http://newfrontier.com/nepal/tantra_events.htm

    और इसको हटा ,
    वैसे माफी मांगना तो तुम्हारे खुन में नहीं होगा, फिर भी आशा करता हूँ!.

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  24. bhagvan ke naam pr aesa kary sare hi baba logon se nafrat ho gai hai mujhe to lagta hai apne mata pita se gyan prapt karna chahiye aur apni atma ki baat sunni chahiye in babaon ke chakkar me nahi aana chahiye
    rachana

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    1. ye asaram ki photo nahi hai

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    2. आईये जानते है कुछ तथ्य। कैसे संत आसाराम बापूजी को षडयन्त्र करके जेल में भेजा गया।
      सबसे पहली बात तो यह है कि जब कोई महिला किसी पुरुष पर बलात्कार का
      आरोप लगाती है तब सबसे पहले उसका मेडिकल टेस्ट होता है आगे वो मेडिकल टेस्ट Positive पाया जाये तब ही आरोपी को बलात्कार के आरोप में संविधानकी धारा 376 के अंतर्गत गिरफ्तार किया जाता है ।
      उस पुरुष को गिरफ्तार किया जाता है लेकिन बापू जी के केस में जब लडकी का
      मेडिकल हुआ तो रिपोर्ट Negetive आई, इसलिए सबसे पहले तो बापू जी को
      गिरफ्तार किया ही नही जा सकता था लेकिन सभी Paid News चैनेल उन्होंने पुलिस पर इतना दबाव बनाया और इस मामले में बापू जी का नाम इतना उछाला गया कि पुलिस को बापू जी को गिरफ्तार करनाही पड़ा ।
      याद रहे कि इस F.I.R. में बिना बलात्कार हुए धारा 376 लगे गई जो कि एक
      बहुत बड़े षड्यंत्र की और इशारा करती है ।
      दूसरी बत यहाँ पर ध्यान देने वाली यह है कि क्यूंकि मेडिकल रिपोर्ट
      NegAtive थी इसलिए बापूजी को पूर्णतया गिरफ्तार करने आई भी नही थी
      क्यूंकि पुलिस ने 26 अगस्त को एक सम्मन जारी किया था जो बापूजी को 27
      अगस्त प्राप्त हुआ जिसमे बापूजी को 30 अगस्त तक जोधपुर पुलिस के सामने
      पेश होने के लिए कहा गया था ।
      यहाँ पर गौर करने वाली बात ये है कि जोधपुर पुलिस ने तो केवल सम्मन ही
      भेजा था लेकिन मीडिया ने एक घृणित मानसिकता दिखाते हए बापूजी का इतना दुष्प्रचार किया कि बार बार सभी चैनेल बापूजी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे तो जोधपुर पुलिस को दबाव में आकर बापूजी को गिरफ्तार करना पड़ा ।
      दूसरी मुख्य बात यह है कि जोधपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस की F.I.R. पर
      पहले ही दिन सवाल उठाये थे ।
      हमारा संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक को यह स्वतन्त्रता देता है कि वो
      किसी के कैमरा के सामने आये या न आये, आप जबरदस्ती किसी का Interview नही ले सकते और अगर आप ऐसा करते हैं तो आप पर केस किया जा सकता है लिकिन ने ये जानते हुए भी कि ये गैर-क़ानूनी है फिर भी जबरदस्ती बापूजी के साधकों के सामने जबरदस्ती कैमरा एयर माईक लेकर जबरदस्ती उनसे बातें निकलवाने की कोशिश की क्यूंकि साधक यह सब कुछ जानते थे इसलिए वे कुछ नही बोले, लेकिन जब उनके साथ जबदस्ती की गई और अनर्गल प्रश्न पूछे गये तो उम्हें गुस्सा आ गया और उनकी इस रिकॉर्डिंग को भी जो उनकी बिना Permission के ली गई थी उसे भी बापू जी की गुंडागर्दी कह कह कर बार बार दिखाया गया ।
      सबसे महत्वपूर्ण बात ये हसी कि News Channels वालों ने दिखाया ही नही कि अमेरिका सीरिया पर आक्रमण करने वाला है, इतनी बड़ी News को नजर-अंदाज करके News Channel एक धार्मिक गुरु के पीछे पड़े हुए हैं आप खुद ही सोचिये क्याये News Channels हैं या ये बिके हुए Channels हैं ?
      ऐसे ही दूसरी बड़ी खबर ये थी कि मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक तनाव के कारण धारा-144 लगाई गई थी जो कि एक संवेदनशील विषय था परन्तु मीडिया आसारामबापू जी के दुष्प्रचार में ही व्यस्त रहा ।
      आप खुद ही सोचिये कि ये News-Channels आपको क्या जरुरी दिखा रहा है और क्या जरुरी छिपा रहे हैं ।
      हिंदुत्व की राजनीति करने वाले राजनितिक दलों का घिनौना चेहरा भी सामने आ रहा है, बुरे समय में ऐसे लोगों की पहचान हो ही जाती है ।
      बापूजी 5 करोड़ से अधिक लोगों के गुरु हैं और 5 करोड़ से अधिक लोग उन पर श्रद्धा रखते हैं, मीडिया ने 10 करोड़ से अधिक लोगों की धार्मिक भावनाओं
      को आहत किया है और इन 10 करोड़ लोगों को किसी भी हिंदूवादी पार्टी को वोट
      देने की आवश्यकता नही है यदि ये दल हमारी धार्मिक भावनाओं और आस्था को सम्मान और सुरक्षा प्रदान नही कर सकते ।

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    3. आईये जानते है कुछ तथ्य। कैसे संत आसाराम बापूजी को षडयन्त्र करके जेल में भेजा गया।
      सबसे पहली बात तो यह है कि जब कोई महिला किसी पुरुष पर बलात्कार का
      आरोप लगाती है तब सबसे पहले उसका मेडिकल टेस्ट होता है आगे वो मेडिकल टेस्ट Positive पाया जाये तब ही आरोपी को बलात्कार के आरोप में संविधानकी धारा 376 के अंतर्गत गिरफ्तार किया जाता है ।
      उस पुरुष को गिरफ्तार किया जाता है लेकिन बापू जी के केस में जब लडकी का
      मेडिकल हुआ तो रिपोर्ट Negetive आई, इसलिए सबसे पहले तो बापू जी को
      गिरफ्तार किया ही नही जा सकता था लेकिन सभी Paid News चैनेल उन्होंने पुलिस पर इतना दबाव बनाया और इस मामले में बापू जी का नाम इतना उछाला गया कि पुलिस को बापू जी को गिरफ्तार करनाही पड़ा ।
      याद रहे कि इस F.I.R. में बिना बलात्कार हुए धारा 376 लगे गई जो कि एक
      बहुत बड़े षड्यंत्र की और इशारा करती है ।
      दूसरी बत यहाँ पर ध्यान देने वाली यह है कि क्यूंकि मेडिकल रिपोर्ट
      NegAtive थी इसलिए बापूजी को पूर्णतया गिरफ्तार करने आई भी नही थी
      क्यूंकि पुलिस ने 26 अगस्त को एक सम्मन जारी किया था जो बापूजी को 27
      अगस्त प्राप्त हुआ जिसमे बापूजी को 30 अगस्त तक जोधपुर पुलिस के सामने
      पेश होने के लिए कहा गया था ।
      यहाँ पर गौर करने वाली बात ये है कि जोधपुर पुलिस ने तो केवल सम्मन ही
      भेजा था लेकिन मीडिया ने एक घृणित मानसिकता दिखाते हए बापूजी का इतना दुष्प्रचार किया कि बार बार सभी चैनेल बापूजी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे तो जोधपुर पुलिस को दबाव में आकर बापूजी को गिरफ्तार करना पड़ा ।
      दूसरी मुख्य बात यह है कि जोधपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस की F.I.R. पर
      पहले ही दिन सवाल उठाये थे ।
      हमारा संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक को यह स्वतन्त्रता देता है कि वो
      किसी के कैमरा के सामने आये या न आये, आप जबरदस्ती किसी का Interview नही ले सकते और अगर आप ऐसा करते हैं तो आप पर केस किया जा सकता है लिकिन ने ये जानते हुए भी कि ये गैर-क़ानूनी है फिर भी जबरदस्ती बापूजी के साधकों के सामने जबरदस्ती कैमरा एयर माईक लेकर जबरदस्ती उनसे बातें निकलवाने की कोशिश की क्यूंकि साधक यह सब कुछ जानते थे इसलिए वे कुछ नही बोले, लेकिन जब उनके साथ जबदस्ती की गई और अनर्गल प्रश्न पूछे गये तो उम्हें गुस्सा आ गया और उनकी इस रिकॉर्डिंग को भी जो उनकी बिना Permission के ली गई थी उसे भी बापू जी की गुंडागर्दी कह कह कर बार बार दिखाया गया ।
      सबसे महत्वपूर्ण बात ये हसी कि News Channels वालों ने दिखाया ही नही कि अमेरिका सीरिया पर आक्रमण करने वाला है, इतनी बड़ी News को नजर-अंदाज करके News Channel एक धार्मिक गुरु के पीछे पड़े हुए हैं आप खुद ही सोचिये क्याये News Channels हैं या ये बिके हुए Channels हैं ?
      ऐसे ही दूसरी बड़ी खबर ये थी कि मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक तनाव के कारण धारा-144 लगाई गई थी जो कि एक संवेदनशील विषय था परन्तु मीडिया आसारामबापू जी के दुष्प्रचार में ही व्यस्त रहा ।
      आप खुद ही सोचिये कि ये News-Channels आपको क्या जरुरी दिखा रहा है और क्या जरुरी छिपा रहे हैं ।
      हिंदुत्व की राजनीति करने वाले राजनितिक दलों का घिनौना चेहरा भी सामने आ रहा है, बुरे समय में ऐसे लोगों की पहचान हो ही जाती है ।
      बापूजी 5 करोड़ से अधिक लोगों के गुरु हैं और 5 करोड़ से अधिक लोग उन पर श्रद्धा रखते हैं, मीडिया ने 10 करोड़ से अधिक लोगों की धार्मिक भावनाओं
      को आहत किया है और इन 10 करोड़ लोगों को किसी भी हिंदूवादी पार्टी को वोट
      देने की आवश्यकता नही है यदि ये दल हमारी धार्मिक भावनाओं और आस्था को सम्मान और सुरक्षा प्रदान नही कर सकते ।

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    4. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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    5. * हिन्दू संतो को बदनाम करने का षड्यंत्र
      * हिन्दू बदनाम ,इशाई की जय जय कार
      * ये “आशाराम बापू” नहीं है ...मगर ये है “ओशो“ सन्यासी “स्वामी विरातो “
      * हिन्दू धर्म को बदनाम ओर ईसाई धर्म का प्रचार करने का ये है एक तरीका
      * कॉंग्रेस सरकार ओर देश की मीडिया भी कर रही है हिन्दू धर्म को बदनाम
      * देश की मीडिया बिना छान बिन के ही दिखा देती है ऐसे चित्र जिसमे हिन्दू संतो को
      फसाया जाता है

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    6. photo dekha nahi ki comment marne lage ye bina soche or samjhe ki kiska photo hai aur kisne ise prastut kiya hai hai aur unka motive kaya hai wo to chate hi hai ki apko babao se nafrat ho jaye.....aur aap unloga ka sath de rahe hai aur unko kamyaab kar rahi hai....

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  25. http://eksacchai.blogspot.com/2013/04/sex-scam.html

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  26. awesome posts written
    I started a blog inspired by you
    sir how i get traffic on my Blog
    www.successfulformula.WordPress.com

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  27. Tu kutta hai suar do baap ki aulaad tujh jaise patrkaron ki vajah se aaj hindu sharmshar hai suar Tarun tejpal tera hi saga bhai hai na jaraam jade

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जी, अब बारी है अपनी प्रतिक्रिया देने की। वैसे तो आप खुद इस बात को जानते हैं, लेकिन फिर भी निवेदन करना चाहता हूं कि प्रतिक्रिया संयत और मर्यादित भाषा में हो तो मुझे खुशी होगी।