मैने अपने 24 साल के पत्रकारीय जीवन में दिल्ली गैंगरेप जैसा घृणित, दर्दनाक, वीभत्स अपराध ना देखा और ना ही सुना है। मुंबई में आतंकी घटना से देश हिल गया, इस घटना की भी दुनिया भर में निंदा हुई, फिर भी देश के लोग अगले दिन उठ खड़े हुए और आगे बढ़कर खुद को और देश को संभाला। 48 घंटे में ही मुंबई अपनी पुरानी रफ्तार में आ गई। देश में कहीं भी लोगों को सड़कों पर नहीं उतरना पड़ा। आज इस गैंगरेप की घटना को लेकर देश भर में गुस्सा है, तो आखिर सरकार लोगों के इस दर्द को क्यों नहीं महसूस कर रही है। आप सब जानते हैं कि देश का हर व्यक्ति चाहता था कि मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब को फांसी हो, लेकिन हम सरकार पर दबाव बनाने के लिए सड़क पर नहीं उतरे, संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी होनी चाहिए, इस पर भी देश में एकराय है, फिर भी हम संयम में हैं, सड़कों पर नहीं उतरे। लेकिन आज छह रेपिस्ट के खिलाफ देश में इतना गुस्सा है कि बीस, पच्चीस दिन से लोग बलात्कारियों को फांसी देने की मांग को लेकर सड़कों पर हैं। मैं जानता हूं कि अपराधियों को तुरंत फांसी नहीं दी जा सकती, पर देशवासियों की भावनाओं को सरकार और नेता समझ तो सकते हैं। देश की भावनाओं को समझते हुए अपने दो कौड़ी की सोच और बयानों पर अंकुश तो लगा सकते हैं ना। फिर आज तो मर्यादा की सारी सीमाओं को तार-तार कर दिया कथावाचक बापू आसाराम ने। कह रहे हैं कि ताली दोनों हाथो से बजती है। ( गाली देने का मन हो रहा है, बस लिख नहीं पा रहा हूं )
बापू आसाराम.. नहीं-नहीं, छोड़ो इन्हें बापू कहने का मन नहीं हो रहा है। आसाराम ने आज दिल्ली गैंगरेप मामले मे अपनी काली जुबान खोली। कहाकि इस मामले में लड़की भी दोषी है, क्योंकि ताली दोनों हाथो से बजती है। आसाराम ने कहाकि अगर लड़की चाहती तो उन दोषियों में से किसी को भी भाई कहकर उसके हाथ पैर जोड़ती तो वह बच सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। आसाराम की जुबान यहीं बंद नहीं हुई, उन्होने आगे कहा कि अगर किसी ने भी गुरुदीक्षा ली होती तो भी ये घटना ना होती। एक तरफ जहां दिल्ली में गैंगरेप की भेंट चढ़ी देश की बेटी को इंसाफ दिलाने की मुहिम जोरों पर हैं, कोर्ट में पीड़िता के छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। देश में बलात्कारियों को फांसी की मांग हो रही है, वहीं आसाराम का कहना है कि ऐसे कानूनों का भी सिर्फ दुरुपयोग होगा, असली गुनाहगार बच जाएंगे। मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि ऐसा बयान देकर आखिर ये आसाराम क्या कहना चाहते हैं? क्या वो देश को ये बताना चाहते हैं कि सख्त कानून के लिए जो लोग सड़कों पर हैं, वो बेवजह शोर मचा रहे हैं, उन्हें घर बैठ जाना चाहिए। क्या उनका ये मानना है कि इसमें लड़की भी बराबर की जिम्मेदार है, इसलिए पकड़े गए लोगों के प्रति सहानिभूति होनी चाहिए। घटना के इतने दिनों बाद आसाराम को अचानक क्या हो गया है, वो चाहते क्या है।
वैसे आज उनके बयान के बाद मेरी इच्छा हुई कि इनके बारे में जाना जाए, गुगल पर सर्च किया तो आसाराम को एक से बढ़कर एक गंभीर आरोपों से घिरा देख में खुद हैरान रह गया। पढ़ने को मिला कि आसाराम का कई महिलाओं के साथ अवैध रिश्ता रहा है। यह संत के भेष में हवस का पुजारी है। आसाराम पर आश्रम की कई साधिकाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने का आरोप है। यह काला जादू करता है। महिलाओं पर यह तीन-तीन घंटे तक तांत्रिक क्रिया करता है। बाद में उनमें कई के साथ शारीरिक संबंध भी बनाता है। जी, हां अपने आप को स्वयंभू भगवान मानने वाले आसाराम का यह भी एक घिनौना सच है। इस सच का खुलासा किया है राजू चांडक ने। राजू चांडक आसाराम का एक समय में सबसे करीबी पूर्व अनुयायी रहा है। राजू चांडक के इस खुलासे से धर्म का चोला ओढ़ कर लोगों की भावनाओं से खेलने वाले पाखंडी संत की मानसिकता उजागर हुई है। वैसे तो धर्म के नाम पर देश में तमाम चोर उचक्के संत बन कर लोगों को बेवकूफ बनाते रहते है। परंतु आसाराम जैसे तथाकथित संतों की असलियत अगर यही है तो इस देश का भगवान ही मालिक है।
वैसे आसाराम का विवादों से पुराना रिश्ता है। उन पर तरह तरह के गंभीर आरोप हैं। आइये उन पर लगे कुछ आरोपों की चर्चा करते हैं। पिछले दिनों आसाराम बापू पर बिना लाईसेंस के दवा बेचने और बनाने को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता पंकज चादव के अनुसार उन के आश्रम में उन के चेलों ने पंकज यादव की आंखों में दवा डाली। जिसके डालते ही आंखों में जलन होने लग गई। फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट के अनुसार आसाराम के आश्रम के पास ऐसी दवा बनाने और बेचने दोनों का लाईसेंस नहीं है।
एक टीवी न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में बापू को अमेरिका से फरार एक महिला अपराधी को शरण देने का आश्वासन देते हुए दिखाया गया है। इस महिला अपराधी को अमेरिका की गुप्तचर संस्था एफबीआई खोज रही है। यह पता होने के बावजूद आसाराम युवती को शरण देने को तैयार है। कहा जा रहा है टीवी न्यूज चैनल रिपोर्टर एक व्यवसायी के प्रतिनिधि की तरह 3 जून 2010 को उनके हरिद्वार स्थित आश्रम पर मिला, स्टिंग में आसाराम को कई संगीन अपराधियों को शरण देने की बात कहते हुए भी पाया गया । आसाराम बापू के आश्रम में भेष बदलकर पहुंचे चैनल के रिपोर्टर ने यहां तक कहा कि अमेरिका की खुफिया एजेंसी एफबीआई उक्त महिला की तलाश में जुटी है। बावजूद इसके आसाराम ने कहा कि उनके आश्रम में चंबल के डकैत और पुलिसवालों के हत्यारे आकर रहते हैं। पुलिस आश्रम में नहीं घुस सकती क्योंकि यहां मुख्यमंत्री आकर मत्था टेकते हैं।
संत आसाराम एक बार फिर विवादों में घिरे, उन पर आरोप लगा अपने ऐशो-आराम के लिए भक्तों की जान को ख़तरे में डालने का । दरअसल राजस्थान के राजसमन्द जिले के नाथद्वारा कस्बे में आसाराम का प्रवचन सुनने के लिए हज़ारों की तादाद में भक्त जमा हुए थे। तय कार्यक्रम के मुताबिक आसाराम का हेलीकॉप्टर सभा स्थल से पांच किलोमीटर दूर गुंजोल हेलीपैड पर उतरना था लेकिन उनका हेलीकॉप्टर प्रवचन की जगह पर ही उतर गया । हेलीकॉप्टर उतरता देख भक्तों में हड़कंप मच गया। इस पर प्रशासन ने उन्हें नोटिस देने का फैसला किया। फिर खबरों में आया अहमदाबाद में आसाराम का आश्रम । नगर निगम के मुताबिक आश्रम का पिछले दो साल का प्रॉपर्टी टैक्स करीब साढ़े तीन लाख रुपये बकाया है, जिसे चुकाने के लिए हफ्ते भर की मोहलत दी गई थी, फिर भी बकाया नहीं जमा किया गया, जबकि आश्रम का कहना था कि उसे कोई नोटिस नहीं मिला।
आसाराम पर एक और मामला मध्यप्रदेश के सागर की किन्नर महापौर कमला बुआ पर अपमानजनक टिप्पणी का आया, जिसमे आसाराम ने अपने एक कार्यक्रम में कमला बुआ का मजाक उड़ाया, इससे किन्नरों ने काफी नाराजगी जाहिर की। हालाँकि बाद में आसाराम ने माफ़ी मांग ली थी । रिलायंस ग्राउंड पर पिछले दिनों हुए आसाराम के 72 वे जन्मदिन पर आयोजित सत्संग में बापू ने अपने मुंबई से इंदौर तक के सफ़र का किस्सा सुनाते हुए कहा कि अभी तो में जवान हूँ । उनका ये बयान भी काफी सुर्खियों में रहा। चार दिनों के लिए प्रवचन देने मथुरा गए संत आसाराम ने प्रवचन के दौरान राहुल गांधी का मजाक उड़ाया। प्रवचन के दौरान धर्म-कर्म और पाप-पुण्य की बात करते हुए वो बीच में राजनीति, कांग्रेस और प्रधानमंत्री की बातें करने लगे। उन्होंने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन बबलू पुकारते हुए उन्हें बोदा, मूर्ख, निकम्मा साबित करते रहे।
आसाराम ने इंदौर में प्रवचन के दौरान ही आपा खो दिया और मंच से ही सेवादार को डांटते हुए उसके लिए कई अपशब्द कहे। इससे वो एक बार फिर विवादों में रहे। दरअसल मामला ये था कि सेवादार लोगों को पानी पिला रहा था। वह एक ही गिलास को बार-बार बाल्टी में डुबा कर पानी निकाल कर लोगों को पिला रहा था। इसी पर आसाराम भड़क गए और आसाराम ने सेवादार को डांटते हुए और क्रोधित स्वर में कह दिया कि इंसानों को पानी पिला रहे हो, ढोरों को नहीं। गंदे कहीं के। मग्गे से भर कर पानी दिया करो। पागल सेवादार। उसके कपड़े उतार के घर भेजो। बेशर्म कहीं के। इतना ही नहीं गाजियाबाद में तो आसाराम एक टीवी चैनल के कैमरा पर्सन पर ही भड़क गए, उन्होने उसे एक थप्पड़ जड़ दिया। मामला थाने पहुंचा और आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
बहरहाल विवादो में रहने वाले आसाराम अब मर्यादा की सारी सीमाएं तोड़ते जा रहे हैं। दिल्ली गैंगरेप जैसे संवेदनशील मुद्दे पर उनकी भद्दी और आपत्तिजनक टिप्पणी से आंदोलन कर रहे लोगों में भारी गुस्सा है। राजनीतिक दलों ने भी आसाराम के बयान को गैरजरूरी और देश की बेटी को अपमानित करने वाला बताया है। वैसे आसाराम से ऐसी अपेक्षा करना बेवकूफी है, लेकिन आसाराम को देश से माफी मांग कर लोगों की भावनाओं का आदर करना चाहिए। वरना मेरी तरह दूसरे लोग भी उन्हें बापू तो कत्तई नहीं कह सकते।
bebak aur benakab karti sundar prastuti***^^^^^^^ आसाराम अब मर्यादा की सारी सीमाएं तोड़ते जा रहे हैं।गैरजरूरी और देश की बेटी को अपमानित करने वाला बयान
ReplyDeleteशुक्रिया मधु जी
Deleteये वही आसाराम हैं न जिनके आश्रम के ऊपर गरीबों की करोड़ो की भूमि-गबन का आरोप है , जिनके आश्रम से छोटे-छोटे बच्चों के मृत शरीर पाए गए , ये तथाकथित बापू मुझे एक बात बताएं , जब 'बापू' कहने पर इनके दिल में इंसानियत न जगी तो 'भाई' कहने पर उन हैवानों पर कोई असर होता क्या !
ReplyDeleteवही ऋचा अनिरुद्ध जी ने भी अपने फेसबुक पेज पर बहुत अच्छा कमेन्ट किया है - 'भारत के सबसे बड़े मूर्ख के खिताब की दौड में एक नया नाम शामिल हुआ है - आसाराम |'
ये लोग तो बुद्धिजीवी कहलाने चाहिए , लाखों लोग इन्हें सुनते हैं , कई हज़ार आँख मूंदकर इनसे प्रभावित होते हैं और ये ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान देकर सुर्खियाँ बटोर रहे हैं |
माफ कीजियेगा , लेकिन मुझे तो जस्टिस काटजू का बयान कभी-कभी ठीक लगता है कि इस देश की ९०% जनता बेवकूफ है (मतलब सीधी है और शेष १०% उसका अपने स्वार्थसिद्धि में फायदा उठाते हैं ), आसाराम जैसे लोग उन्हीं १०% में से हैं |
सादर
शुक्रिया भाई आकाश जी
Deleteअपने कलयुगी ...बापुओं और भाइयों को रेप करने से पहले बता दो कि मैं उनकी बेटी हूँ .बहन हूँ ?????
ReplyDeleteशर्म करो .....अब इनका क्या करे कोई ....,????:-(((
आभार सर
Deleteइन जैसों को सच पूछें तो कुछ नहीं हो सकता..
सठिया गए या बाबा हैं तो शुरू से ही ऐसी ही विचारधारा रखते हैं !!! ......... बाबा लोगों के अवैध रिश्ते नैतिक कहे जाते हैं - वे भगवान् हो जाते हैं न - !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteप्रणाम दी
Deleteक्या कहें, इन बाबाओं का.. स्वामी नित्यानंद हों या फिर चिन्मयानंद
या फिर आसाराम.. भगवान मालिक है इनका
Deleteलोग-बाग साठ साल मा सठियाते हैं और पाँच-दस साल मा
भगवान उनको गठिया के अपने पास मा रख लेत हैं, इ फाइल
को कैसे फिरो दिए..... पता नहीं.....
बहुत बहुत आभार शिखा
ReplyDeleteशुक्रिया प्रदीप जी
ReplyDeleteइनके प्रवचन सुनने जाने वाली ज्यादातर महिलाये है
ReplyDeleteपुरुष भी महज अपनी पत्नियों के कहने पर सुनने जाते है
इनको महात्मा बनाने वाली भी महिलाये है ....आशा है इस निंदनीय
बयानबाजी से महिलाये जाग जाए ....बहिष्कार करे उनके शिविरों का !
बढ़िया आलेख भाई !
बहुत बहुत आभार
Deleteजी सच यही है कि हम ही इन्हें "बड़ा" बनाते हैं और ये हमें छोटा कर देते हैं।
बहुत सारा सच सामने आया...बापू तो सिर्फ गाँधी जी हैं...फिर उन्हें क्यूँ?
ReplyDeleteजी सहमत हूं आपकी बातों से
Deleteबहुत ख़ूब वाह!
ReplyDeleteशुक्रिया भाई जी
Deletejab bapu kahne ke bad or itani deeksha lene ke bas bhi asaramji itane anaitik kaamo me uljhe pade hai to ve to soch kar hi chale the mouj masti karne ka. vaise ab samy aa gaya hai ki sarvajanik manch se mahilao ke liye apmanjanak bate karne valon ke khilaf kanooni karyvahi ho..aisa kanoon bhi jaldi hi banan chahiye.
ReplyDeleteजी बिल्कुल, मैं इस बात से सहमत हूं कि सार्वजनिक मंच से महिलाओं के लिए अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त कानून होना चाहिए
Deleteअपने आप को संत कहने वाले आसाराम सबसे ज्यादा क्रोधी, घमंडी और बदजुबान भी हैं ...ये तो हम पहले से जानते थे ,पर एक कन्या के लिए इस तरह के विचार भी रखते है ये नहीं जानते थे ...वो कल की न्यूज़ पर देख भी लिया ......शर्म आती है कि अपने देश के संतो की सोच कितनी गन्दी है
ReplyDeleteजी सही कहा आपने.. सहमत हूं आपकी बातों से
ReplyDeleteऐसे बाबाओं के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिये.
ReplyDeleteजी, बिल्कुल
Deleteमैं सहमत हूं आपसे
साधु संत के नाम पर एक जीताजागता कलंक हैँ आसाराम इसकी जा...रु ।
ReplyDeleteसहमत हूं, मैं भी कलंक ही मानता हूं
Deleteछी छी छी दारुण वचन, दारू पीकर संत ।
ReplyDeleteबार बार बकवास कर, करते पाप अनंत ।
करते पाप अनंत, कथा जीवन पर्यन्तम ।
लक्ष भक्त श्रीमन्त, अनुसरण करते पन्थम ।
रविकर बोलो भक्त, निगलते कैसे मच्छी ।
आशा उगले राम, रोज खा कर जो छिच्छी ।।
आभार
Deleteबिल्कुल सही कहा आपने
इन्हें बापू कहना क्यों शुरू किये लोगो ने,समझ नही आता।
ReplyDeleteजी सवाल है आपका
Deleteलानत है ऐसे लोग संत कहलाते हैं .... उनका बयान तो पहले ही पढ़ लिया था आपके लेख से और भी बहुत कुछ जानने को मिला ।
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार
Deleteनए वर्ष की शुभकामनाएं
आपके आधा सच ब्लाँग कि ये पोस्ट आसाराम का पुरा सच बता रहा हैँ ऐसे कामी क्रोध्री लोभी पुरुष ढोँगी ढगी पुरुष इस धरती पर एक बोझ के समान हैँ मुझे तो लगता हैँ रामसिँह से आसाराम का कोई संबंध होगा या ये भी ऐसे धिधोँनी कार्य किये तो डर अथवा लोगोँ के प्रति आक्रोश इसे अपने खिलाफ लगा तो ऐसी गंदी शर्मनाक बात की भला कोइ बताऐ कि रेप बलात्कार किसे कहते हैँ एक तरफा जबरदस्ती वासना की पुर्ती को कहते हैँ फिर दोनोँ हाथ से ताली बजाने का क्या अर्थ भला कोइ लडकी चाहेगी उसका रेप हो जो ताली बजाने के लिए अपना हाथ दे । निष्कृय मनासिक रोग से ग्रस्त इस कामी पुरुष को जेल होना चाहिए क्योकि किसी मृत अथवा जिवित नारी स्त्री पर लांछन लगाना कानुनन अपराध हैँ ।
ReplyDeleteसहमत हूं वरुण आपसे
Deleteafsos to yah ki log ab v ise bhagvan mante he....
ReplyDeletebariya aalekh
जी बिल्कुल, यही तो चिंता का विषय है.
DeleteFinally the awaited music video is out for everyone.. watch it share it.. spread it if you Support the cause..
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