पहले सोच रहा था कि पांच राज्यों मं चुनाव घोषित हो गए हैं, उसकी बात करूं, 2014 यानि आम चुनाव में भले ही अभी देरी हो पर सियासी पारा बिल्कुल चढ़ा हुआ है। लेकिन इन सब पर भारी पड़ रहा है आसाराम और उसका परिवार। सूरत की दो बहनें जिस तरह सामने आई हैं और उनकी आप बीती सुनने से तो लगता है कि आसाराम और उसका दुलारा नारायण साई दोनों ही रेपिस्ट हैं। सवाल ये भी है कि अगर आसाराम रेपिस्ट नहीं होता तो भला वो क्यों भरी सभा में कहता कि वो मर्दानगी बढ़ाने के लिए दूध में सोना उबाल कर पीता है। इसके अलावा पलास का फूल और ना जाने क्या - क्या चबाता है। अच्छा इस बाप बेटे की करतूतें सुन कर ही आम आदमी हिल जाता है, उसे लगता है कि ये धर्म की आड़ कैसे - कैसे भेड़िए पनाह लिए हुए हैं। एक बार बात यहीं खत्म हो जाती तो गनीमत थी, लोगों को लगता कि अब इस बाप - बेटे की करतूत सामने आई है तो ये दोनों आगे सुधर जाएंगे, क्योंकि अब तो ये समाज में क्या परिवार में मुंह दिखाने के लायक नहीं रहे। पर सबसे बड़ी हैरानी इस बात पर हुई की बाप के लिए लड़की का इंतजाम उसकी बेटी कर रही थी। जब ऐसी करतूतें सामने आ रही हों तो भला कहां राजनीति पर कलम चलाने की जरूरत थी, पहले तो इन कुकर्मियों का असली चेहरा लोगों के बीच में लाना जरूरी हो गया।
चलिए पहले बात आसाराम की ही कर लेते हैं। यूपी की शाहजहांपुर की बेटी ने जिस तरह इसके कुकर्मों का खुलासा किया है, मुझे लगता है कि उस बेटी ने तमाम दूसरी बेटियों की जिंदगी तबाह होने से बचा ली। वरना एकांतवास और समर्पण की आड़ में आसाराम की अय्याशी यूं ही चलती रहती। आसाराम के लिए लड़कियों का इंतजाम कौन करता था, ये नाम सुनकर आप भी हमारी तरह चौंक जाएंगे। इसके लायक बेटे और बेटी अपने अपने बाप के लिए लड़कियां पहुंचाने का काम करते थे। इतना ही नहीं इसकी बीबी भी अपने पति के चरणों में लड़की पेश करती थी। ये बात मैं नहीं कह रहा हूं, इसका खुलासा जोधपुर में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज बयान में आसाराम के ही पूर्व सेवादार अजय कुमार ने किया है। उसका साफ कहना है कि नारायण साई अक्सर आसाराम के लिए लड़की का इंतजाम करता था। लड़के की करतूतों का खुलासा जहां पूर्व सेवादार ने कर दिया, वहीं सूरत की बहनों ने पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा है कि उन्हें आसाराम के पास उनकी बेटी ले जाती थी, इतना ही नहीं एक बार जाने से मना कर देने पर आसाराम की बीबी ने उसे तमाचा मारा। आसाराम के कुकर्मों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो अय्य़ाशी में इस कदर अंधा है कि लड़की का इंतजाम करने के लिए अपने बेटे, बेटी और पत्नी सब को लगा रखा है।
हालांकि ये सब सुनकर हैरानी होती है। मेरा मानना है कि बेटा अगर खुद भी निकम्मा और अय्याश हो तो एक बार बाप की करतूतों को बर्दास्त कर लेगा, लेकिन बेटी और पत्नी भला ये कैसे बर्दास्त कर सकती हैं कि उसका बाप या पति लड़कियों के साथ अय्याशी करे ? जब से सूरत की दोनों बहनों ने इस परिवार के बारे में खुलासा किया है, ये पूरा परिवार कम से कम मेरी निगाह में तो घृणा का पात्र बन गया है। बताते हैं कि पुलिस को प्राथमिक जांच में आसाराम के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले हैं। इसके बाद अहमदाबाद पुलिस ने कोर्ट से आसाराम का ट्रांजिट वारंट मांगा है। चूंकि लड़की का आरोप है उसके साथ बलात्कार अहमदाबाद के मोटेरा आश्रम में हुआ, इसलिए इस मामले की जांच अहमदाबाद पुलिस कर रही है। इस बीच आसाराम की न्यायिक हिरासत 25 अक्टूबर तक बढ़ गई है। मतलब ये कि अभी कुछ दिन और इस आसाराम जेल की ही रोटी खानी होगी। वैसे लड़कीबाजी आसाराम की बीमारी है, तो ये साल दो साल अगर जेल में रह गया तो काफी हद तक उसे इस बीमारी से आराम मिलेगा। बस जरूरत इस बात की है इसे महिला वैद्य से भी दूर रखा जाए।
बात नारायण साईं की करें तो हम कह सकते हैं कि बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुहानल्लाह ! खैर जब बाप ही आश्रमों में रंगरेलियां मना रहा है, उसे लड़की की सप्लाई भी बेटा कर रहा है, फिर नारायण साईं तो आसाराम के अनुयायी ही है ना। उसका तो बाप के पदचिन्ह पर चलना हक बनता है। आरोप लगा है कि सूरत की जिन दो बहनों के साथ बलात्कार हुआ, उसमें बड़ी के साथ आसाराम ने और छोटी के साथ नारायण साईं ने मुंह काला किया। इसके पहले इंदौर की एक लड़की ने भी नारायण साईं पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया था। हालांकि ये सब आरोप है, सभी मामले न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे में इस मामले में किसी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। लेकिन ये बात भी सही है कि अगर नारायण साईं सही होता तो वह पुलिस से भागता नहीं। कुछ दिन पहले तक तो वो खुद तमाम न्यूज चैनलों में जाकर अपने बाप आसाराम का बचाव कर रहा था, जब से सूरत की लड़कियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, ये अचानक लापता हो गया है। पुलिस की नोटिस का जवाब भी नहीं आ रहा है। लुकआउट नोटिस के बावजूद इसका कहीं कोई अता पता नहीं है। सूरत पुलिस ने इसे पूछताछ के लिए जहांगीरपुरा आश्रम में समन भेजा है। ऐसी आशंका है कि नारायण साईं नेपाल भाग गया है। लेकिन पुख्ता तौर पर पुलिस को उसके बारे में कुछ नहीं पता। उधर पुलिस ने सूरत आश्रम में छापेमारी के बाद दावा किया कि बलात्कार के मामले में नारायण साईं के खिलाफ उसे पुख्ता सबूत मिले हैं।
नारायण साईं खुद फरार है, लेकिन पुलिस से बचने और जनता में अपनी छवि बनाए रखने के लिए वो अपने वकील गौतम देसाई के जरिए समर्थकों को संदेश दे रहा है। उसके वकील ने सूरत के एक स्थानीय अखबार में इश्तेहार दिया है कि नारायण को बलात्कार के केस में फंसाया जा रहा है। मैं कहता हूं कि अरे भाई अगर तुम्हें फंसाया जा रहा है तो सामने आकर उसका सामना करो । लड़की के साथ आमने सामने की बात चीत से साफ हो जाएगा कि तुमने बलात्कार किया या नहीं ! भागने से क्या होगा, किसी को ये पता नहीं है कि नारायण इस समय है कहां, वो देश में है या नेपाल भाग गया है। रही बात अग्रिम जमानत की अर्जी डालने की, तो वो सभी को हक है। हास्यास्पद तो ये है कि प्रवक्ता नीलम दुबे कह रही हैं कि नारायण कहीं भाग नहीं हैं, बल्कि वो किसी आश्रम में ध्यान-योग में लीन है। मैडम नीलम जिसके पीछे पुलिस लगी हो, वो भी बलात्कार जैसे गंभीर मामले में, वो ध्यान योग भला क्या करेगा ! माफ कीजिएगा, पर आपसे एक बात जरूर कहूंगा कि बलात्कार जैसे गंभीर मामलो के आरोपी आसाराम और नारायण साईं के चक्कर में पड़कर कम से कम ध्यान और योग को कलंकित मत कीजिए। अगर नारायण साईं सच्चा और अच्छा होगा तो वो खुद पुलिस के सामने आएगा और कहेगा कि मेरी जांच कीजिए, मैं निर्दोष हूं। लेकिन इतना कहने के लिए नैतिक बल की जरूरत है, जो आपके नारायण साईं में नहीं है।
वैसे मैडम नीलम दुबे जी माफ कीजिएगा, मैं महिलाओं के बारे में बिना ठोस जानकारी के कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन एक टीवी चैनल पर चर्चा के दौरान आश्रम के पूर्व सेवादार नाम शायद भोला है, उसने तो आप पर भी गंभीर आरोप लगाएं हैं। उसने तो चैनल पर चर्चा के दौरान यहां तक कहाकि नारायण साईँ ने आपके प्राईवेट पार्टंस पर बाईं ओर दांत काट लिया है, जिसका काफी दिनों तक इलाज चला है। उसका दावा है कि आज भी कटे का निशान वहां मौजूद है। इस दावे की सच्चाई मे मैं नहीं जाना चाहता, पर इतना जरूर कहूंगा कि आप महिला हैं, इसलिए इस संवेदनशील मुद्दे पर बस सच बोलना चाहिए, वरना लोगों का महिलाओं पर से भी भरोसा टूट जाएगा। आप ये बात भले ना स्वीकार करें, पर जब आप आसाराम और नारायण साईं का बचाव करतीं है, तब आपकी बाँडी लँग्वेज से बदबू आती है, पता चलता है कि आप झूठ बोल रही हैं।
खैर जहां आसाराम की बेटी और पत्नी पर गंभीर आरोप लग रहे हों, वहां आपकी चर्चा करना बेमानी है, लेकिन हर मामले में आश्रम की ओर से आप ही मीडिया के सामने आती हैं, इसलिए आपके बारे में दो बातें करना जरूरी हो गया था। हालांकि मैने जो बातें कहीं है, वो आश्रम के ही पूर्व सेवादार यानि भोला के आरोप हैं। हो सकता है कि भोला का दावा गलत हो, लेकिन इसके लिए आपको भी ये साबित करना होगा कि आपके प्राईवेट पार्टस के बाईं ओर दांत से काटने का कोई निशान मौजूद नहीं है और ना ही इसका कोई इलाज कराया गया है। बीजेपी की वरिष्ठ नेता साध्वी उमा भारती ने जब आसाराम की बेटी को अपना प्रिय दोस्त बताया तो मुझे लगा कि आसाराम की बेटी एक सरल और सामान्य महिला होंगी। लेकिन जिस तरह का आरोप उन पर सूरत की दोनों बहनों ने लगाया है, वो बहुत ही गंभीर है। मैं तो ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि कि आसाराम की बेटी और पत्नी पर लगे आरोप सच ना हों, लेकिन ये आरोप अगर सच हैं तो मैं एक बात तो दावे के साथ कह सकता हूं कि देश और दुनिया में इससे ज्यादा निकृष्ट परिवार और कोई नहीं होगा।
चलिए पहले बात आसाराम की ही कर लेते हैं। यूपी की शाहजहांपुर की बेटी ने जिस तरह इसके कुकर्मों का खुलासा किया है, मुझे लगता है कि उस बेटी ने तमाम दूसरी बेटियों की जिंदगी तबाह होने से बचा ली। वरना एकांतवास और समर्पण की आड़ में आसाराम की अय्याशी यूं ही चलती रहती। आसाराम के लिए लड़कियों का इंतजाम कौन करता था, ये नाम सुनकर आप भी हमारी तरह चौंक जाएंगे। इसके लायक बेटे और बेटी अपने अपने बाप के लिए लड़कियां पहुंचाने का काम करते थे। इतना ही नहीं इसकी बीबी भी अपने पति के चरणों में लड़की पेश करती थी। ये बात मैं नहीं कह रहा हूं, इसका खुलासा जोधपुर में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज बयान में आसाराम के ही पूर्व सेवादार अजय कुमार ने किया है। उसका साफ कहना है कि नारायण साई अक्सर आसाराम के लिए लड़की का इंतजाम करता था। लड़के की करतूतों का खुलासा जहां पूर्व सेवादार ने कर दिया, वहीं सूरत की बहनों ने पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा है कि उन्हें आसाराम के पास उनकी बेटी ले जाती थी, इतना ही नहीं एक बार जाने से मना कर देने पर आसाराम की बीबी ने उसे तमाचा मारा। आसाराम के कुकर्मों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो अय्य़ाशी में इस कदर अंधा है कि लड़की का इंतजाम करने के लिए अपने बेटे, बेटी और पत्नी सब को लगा रखा है।
हालांकि ये सब सुनकर हैरानी होती है। मेरा मानना है कि बेटा अगर खुद भी निकम्मा और अय्याश हो तो एक बार बाप की करतूतों को बर्दास्त कर लेगा, लेकिन बेटी और पत्नी भला ये कैसे बर्दास्त कर सकती हैं कि उसका बाप या पति लड़कियों के साथ अय्याशी करे ? जब से सूरत की दोनों बहनों ने इस परिवार के बारे में खुलासा किया है, ये पूरा परिवार कम से कम मेरी निगाह में तो घृणा का पात्र बन गया है। बताते हैं कि पुलिस को प्राथमिक जांच में आसाराम के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले हैं। इसके बाद अहमदाबाद पुलिस ने कोर्ट से आसाराम का ट्रांजिट वारंट मांगा है। चूंकि लड़की का आरोप है उसके साथ बलात्कार अहमदाबाद के मोटेरा आश्रम में हुआ, इसलिए इस मामले की जांच अहमदाबाद पुलिस कर रही है। इस बीच आसाराम की न्यायिक हिरासत 25 अक्टूबर तक बढ़ गई है। मतलब ये कि अभी कुछ दिन और इस आसाराम जेल की ही रोटी खानी होगी। वैसे लड़कीबाजी आसाराम की बीमारी है, तो ये साल दो साल अगर जेल में रह गया तो काफी हद तक उसे इस बीमारी से आराम मिलेगा। बस जरूरत इस बात की है इसे महिला वैद्य से भी दूर रखा जाए।
बात नारायण साईं की करें तो हम कह सकते हैं कि बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुहानल्लाह ! खैर जब बाप ही आश्रमों में रंगरेलियां मना रहा है, उसे लड़की की सप्लाई भी बेटा कर रहा है, फिर नारायण साईं तो आसाराम के अनुयायी ही है ना। उसका तो बाप के पदचिन्ह पर चलना हक बनता है। आरोप लगा है कि सूरत की जिन दो बहनों के साथ बलात्कार हुआ, उसमें बड़ी के साथ आसाराम ने और छोटी के साथ नारायण साईं ने मुंह काला किया। इसके पहले इंदौर की एक लड़की ने भी नारायण साईं पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया था। हालांकि ये सब आरोप है, सभी मामले न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे में इस मामले में किसी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। लेकिन ये बात भी सही है कि अगर नारायण साईं सही होता तो वह पुलिस से भागता नहीं। कुछ दिन पहले तक तो वो खुद तमाम न्यूज चैनलों में जाकर अपने बाप आसाराम का बचाव कर रहा था, जब से सूरत की लड़कियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, ये अचानक लापता हो गया है। पुलिस की नोटिस का जवाब भी नहीं आ रहा है। लुकआउट नोटिस के बावजूद इसका कहीं कोई अता पता नहीं है। सूरत पुलिस ने इसे पूछताछ के लिए जहांगीरपुरा आश्रम में समन भेजा है। ऐसी आशंका है कि नारायण साईं नेपाल भाग गया है। लेकिन पुख्ता तौर पर पुलिस को उसके बारे में कुछ नहीं पता। उधर पुलिस ने सूरत आश्रम में छापेमारी के बाद दावा किया कि बलात्कार के मामले में नारायण साईं के खिलाफ उसे पुख्ता सबूत मिले हैं।
नारायण साईं खुद फरार है, लेकिन पुलिस से बचने और जनता में अपनी छवि बनाए रखने के लिए वो अपने वकील गौतम देसाई के जरिए समर्थकों को संदेश दे रहा है। उसके वकील ने सूरत के एक स्थानीय अखबार में इश्तेहार दिया है कि नारायण को बलात्कार के केस में फंसाया जा रहा है। मैं कहता हूं कि अरे भाई अगर तुम्हें फंसाया जा रहा है तो सामने आकर उसका सामना करो । लड़की के साथ आमने सामने की बात चीत से साफ हो जाएगा कि तुमने बलात्कार किया या नहीं ! भागने से क्या होगा, किसी को ये पता नहीं है कि नारायण इस समय है कहां, वो देश में है या नेपाल भाग गया है। रही बात अग्रिम जमानत की अर्जी डालने की, तो वो सभी को हक है। हास्यास्पद तो ये है कि प्रवक्ता नीलम दुबे कह रही हैं कि नारायण कहीं भाग नहीं हैं, बल्कि वो किसी आश्रम में ध्यान-योग में लीन है। मैडम नीलम जिसके पीछे पुलिस लगी हो, वो भी बलात्कार जैसे गंभीर मामले में, वो ध्यान योग भला क्या करेगा ! माफ कीजिएगा, पर आपसे एक बात जरूर कहूंगा कि बलात्कार जैसे गंभीर मामलो के आरोपी आसाराम और नारायण साईं के चक्कर में पड़कर कम से कम ध्यान और योग को कलंकित मत कीजिए। अगर नारायण साईं सच्चा और अच्छा होगा तो वो खुद पुलिस के सामने आएगा और कहेगा कि मेरी जांच कीजिए, मैं निर्दोष हूं। लेकिन इतना कहने के लिए नैतिक बल की जरूरत है, जो आपके नारायण साईं में नहीं है।
वैसे मैडम नीलम दुबे जी माफ कीजिएगा, मैं महिलाओं के बारे में बिना ठोस जानकारी के कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन एक टीवी चैनल पर चर्चा के दौरान आश्रम के पूर्व सेवादार नाम शायद भोला है, उसने तो आप पर भी गंभीर आरोप लगाएं हैं। उसने तो चैनल पर चर्चा के दौरान यहां तक कहाकि नारायण साईँ ने आपके प्राईवेट पार्टंस पर बाईं ओर दांत काट लिया है, जिसका काफी दिनों तक इलाज चला है। उसका दावा है कि आज भी कटे का निशान वहां मौजूद है। इस दावे की सच्चाई मे मैं नहीं जाना चाहता, पर इतना जरूर कहूंगा कि आप महिला हैं, इसलिए इस संवेदनशील मुद्दे पर बस सच बोलना चाहिए, वरना लोगों का महिलाओं पर से भी भरोसा टूट जाएगा। आप ये बात भले ना स्वीकार करें, पर जब आप आसाराम और नारायण साईं का बचाव करतीं है, तब आपकी बाँडी लँग्वेज से बदबू आती है, पता चलता है कि आप झूठ बोल रही हैं।
खैर जहां आसाराम की बेटी और पत्नी पर गंभीर आरोप लग रहे हों, वहां आपकी चर्चा करना बेमानी है, लेकिन हर मामले में आश्रम की ओर से आप ही मीडिया के सामने आती हैं, इसलिए आपके बारे में दो बातें करना जरूरी हो गया था। हालांकि मैने जो बातें कहीं है, वो आश्रम के ही पूर्व सेवादार यानि भोला के आरोप हैं। हो सकता है कि भोला का दावा गलत हो, लेकिन इसके लिए आपको भी ये साबित करना होगा कि आपके प्राईवेट पार्टस के बाईं ओर दांत से काटने का कोई निशान मौजूद नहीं है और ना ही इसका कोई इलाज कराया गया है। बीजेपी की वरिष्ठ नेता साध्वी उमा भारती ने जब आसाराम की बेटी को अपना प्रिय दोस्त बताया तो मुझे लगा कि आसाराम की बेटी एक सरल और सामान्य महिला होंगी। लेकिन जिस तरह का आरोप उन पर सूरत की दोनों बहनों ने लगाया है, वो बहुत ही गंभीर है। मैं तो ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि कि आसाराम की बेटी और पत्नी पर लगे आरोप सच ना हों, लेकिन ये आरोप अगर सच हैं तो मैं एक बात तो दावे के साथ कह सकता हूं कि देश और दुनिया में इससे ज्यादा निकृष्ट परिवार और कोई नहीं होगा।
agar ye sach hai ki asharam ki patni aur beti bhi isme shamil thi to ye duniya ka nikrushttam case hoga .aur mahila hone ke nate ya kisi bhi aur karan se in dono ko koi riayat na dee jaye ..achchha aalekh ..
ReplyDeleteशुक्रिया ..
Deleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी का लिंक आज शनिवार (12-10-2013) को "उठो नव निर्माण करो" (चर्चा मंचःअंक-1396)
पर भी होगा!
हिन्दी पखवाड़े की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत बहुत आभार
Delete
ReplyDeleteमहेन्द्र भाई ये कलियुग है आसा के भी ताऊ यहाँ मिलेंगे। और फिर आसा तो सेक्समेनियाक है। इसका इलाज़ होना चाहिए। बेटे का और इसकी हिमायती मोतर्माओं का पता नहीं कहते तो सब यही हैं लंका में सब बावन गज के हैं। आपके हौसले को दाद देनी होगी।
हां सही कह रहे हैं आप.. आभार
Deleteक्रिमिनल फ़ैमिली
ReplyDeleteजी...
Deleteनमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (13-10-2013) के चर्चामंच - 1397 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया ..
Deleteसच कहा ,,,अगर ये आरोप सच हैं तो देश और दुनिया में इससे ज्यादा निकृष्ट परिवार और कोई नहीं होगा।
ReplyDeleteनवरात्रि की शुभकामनाएँ ...!
RECENT POST : अपनी राम कहानी में.
यही मेरा भी मानना है..
Deleteयह तो फिक्शन लगता है पर आपने जो सबूतों का उल्लेख किया है उसको नकार भी नहीं सकते | आपकी हिम्मत की दाद देता हूँ |
ReplyDeleteअभी अभी महिषासुर बध (भाग -१ )!
बहुत बहुत आभार
Deleteबढिया, बहुत बहुत शुक्रिया
ReplyDeleteआभार
ReplyDeleteमहेंद्र जी , ताज्जुब होता है इतना कुछ होने के बाद भी लोग उसको भगवान समझते हैं। पढे लिखे लोगों की एक पाखंडी ने मति मार के रखी है ।
ReplyDeleteलाजवाब लिखा है, मजा आ गया ।
बहुत बहुत आभार
Deleteशुक्रिया
sir, aapko is tarah se nishkarsh par nahi pauchna chahiye. iske bahut khatre hai. mai asharam ka samarthak kattai nahi hu, lekin mai ye chahta hu ki es desh ka kanoon usko fair trial ka adhikar deta hai. aur jaha tak TV par kahi gayi bato ki hai to batata chalu ki kanoon ki kitab mai TV par bole gayi bat ki koi value nahi hai....
ReplyDeleteमैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं कि फेयर ट्रायल होना चाहिए.. शायद हो भी रहा है..
Deleteदूसरी बात मीडिया को लेकर जो आपने कही, उसमें थोड़ा असहमत हूं। वजह मीडिया को मर्यादा में रहना होता है, ये बाबा जिस लड़कियों के कपड़े उतार देता है, मीडिया तो उसकी पहचान तक उजागर नहीं होने देती.... टीवी पर बोली गई बात की वैल्यू इसीलिए नहीं है, क्योंकि उतनी गंदगी हम नहीं दिखा सकते चैनल पर ....
दीपावली पर्व की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं ....
ReplyDeleteआपको भी महेन्द्र जी
Deleteआसाराम प्राकरण में नित नए खुलासे अभी भी हो रहे हैं .......
ReplyDeleteजी हा, कई साल की गंदगी धीरे धीरे ही सामने आएगी..
Deleteइन खबरों का ना ही कोई ठोस सबूत है और ना ही कोई ठोस गवाह ! केवल लोगो के दिमाग में भ्रम फ़ैलाने का काम कर रहा है हमारे देश का चौथा स्तंभ (मीडिया ) !! इसलिए इस स्तंभ को सुधारने की जरुरत है !
ReplyDeleteइन खबरों का ना ही कोई ठोस सबूत है और ना ही कोई ठोस गवाह ! केवल लोगो के दिमाग में भ्रम फ़ैलाने का काम कर रहा है हमारे देश का चौथा स्तंभ (मीडिया ) !! इसलिए इस स्तंभ को सुधारने की जरुरत है !
ReplyDeleteइन खबरों का ना ही कोई ठोस सबूत है और ना ही कोई ठोस गवाह ! केवल लोगो के दिमाग में भ्रम फ़ैलाने का काम कर रहा है हमारे देश का चौथा स्तंभ (मीडिया ) !! इसलिए इस स्तंभ को सुधारने की जरुरत है !
ReplyDeleteभारतीय संस्कृति के खिलाफ ये सदयंत्र चल रहा है !
ReplyDeleteभाष्कर पटेल...
Delete.....................
मैं जानता हूं कि ये आपकी फेक आईडी है. जो आदमी अपनी बात रखने के लिए चेहरा सामने नहीं ला सकता, उसकी बात की कीमत दो पैसे की नहीं है...
आपकी इस बात से सहमत हूं कि देश की संस्कृति के खिलाफ षडयंत्र चल रहा है, दो षडयंत्रकारी पकड़े गए हैं, जो बाबा के वेष में कुकृत्य कर रहे थे, जेल में हैं, मुझे लगता है कि आठ दस साल जेल में रह गए तो जरूर सुधर जाएंगे।
दूसरी बात मीडिया को सुधारने की जरूरत आपने बताया, मुझे लगता है कि जब बाबा सुधर जाएंगे, तो मीडिया इन्हें देखकर खुद ही सुधर जाएगी..वरना तो मीडिया को भी सुधारना ही होगा....खैर सुधार की प्रक्रिया चालू है, आसाराम और नारायण साईं सुधर जाएं, तो मुझे लगता है कि सुधार जल्दी होगा..